An Unbiased View of बबूल के फायदे और नुकसान



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पीरियड्स के समय होने वाले क्रैंप्स और पीरियड से संबंधित अन्य समस्याओं में गुलमोहर के फूल को सुखाकर इसका चूर्ण का सेवन आराम पहुंचा सकता है.

बबूल की फली को इकट्ठा करके उसे छाया में सुखा लें और फिर सबको पीसकर पाउडर बना कर एक डिब्बे में रख लें। अब रोजाना समान मात्रा में मिश्री मिलाकर पानी के साथ इसका सेवन करें। इससे वीर्य से जुड़ी कई तरह की परेशानियां ठीक हो सकती हैं।

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बकरी के दूध या फिर एक चम्मच शहद के साथ बबूल के पंचांग का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से टूटी हुई हड्डी जुड़ने लगती है। अस्थिभंग की समस्या में बबूल के बीज को पीसकर शहद के साथ सेवन करने से लाभ मिल सकता check here है।

इसके अलावा पानी में बबूल की छाल को उबालकर अगर उससे गरारे करते हैं, तो गले की सूजन और खराश में आराम मिल सकता है।

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ज्यादा मात्रा में बबूल का सेवन करने से ये लिवर को प्रभावित कर सकता है।

बबूल का पेड़ जिसे कीकर के नाम से भी जाना जाता है। यह पेड़ लोगो के दैनिक जीवन में भी इस्तेमाल किया जाता है। कई लोग इससे दांत साफ करते हैं तो कई लोग इसकी लकड़ी से अच्छा कोयला तैयार करते हैं।

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